Monday, December 20, 2010

किक्रेट के भगवान के बाद इंद्र देवता

हर गेंद औऱ हर रन के साथ रिकॉर्ड सचिन के खाते में जुड़ते चले जाते हैं। इस बार शतकों का अर्धशतक मार कर टेस्ट क्रिकेट में Sachin Tendulkar ने इतिहास रच दिया। यानि हार के रास्ते पर तेजी से बढ़ती टीम इंडिया को क्रिकेट के भगवान ने बचाने की पूरी कोशिश कर ली। अब बारी नीली छतरी के देवता की बारी है टीम इंडिया की लाज बचाने की। कई बार क्रिकेट के भगवान के साथ ही इंद्र देवता ने भी टीम इंडिया की लाज बचाई है। पर देखना है कि क्या इस बार वो साथ देते हैं। देना तो चाहिए हम भारतीयों की यही दुआ है। आखिर भगवान के शतकों के पचासे का मजा किरकिरा हो जाएगा। न तो सचिन ये चाहते हैं और न ही भारतीय खेल प्रेमी। वैसे पहले टेस्ट में फिसड्डी प्रदर्शन करना धोनी के धुरंधरों के लिए नई बात नहीं है। पिछली कुछ टेस्ट सीरिज में भारतीय धुरंधर इसी तरह से धराशाई होते दिखे हैं। पर दक्षिण अफ्रिका में सीरीज जीतने के लिए दोनो टेस्ट अब हर हाल में जीतना होगा। वरना एक ही इतिहास रच कर टीम इंडिया को भारत लौटना पड़ेगा। तो फिर इंतजार कीजिए कल का। दुआ कीजिए लाज बचाने के लिए इंद्र देवता की मेहरबानी बरकरार रहे। हालांकि आज क्रिकेट के भगवान के जश्न में मदद पहुंचाई तो है इंद्र देवता ने। इस आसार पर कल शायद ही मदद करें। फिर भी दुआ तो करनी ही पड़ेगी न।

No comments:

Post a Comment